डेयरी फार्मिंग के लिए साहीवाल गाय क्यों चुनें?
✅ भारत की सर्वश्रेष्ठ देशी दुग्ध उत्पादक नस्ल।
✅ बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधक क्षमता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता।
✅ कम देखभाल में भी अधिक उत्पादकता और उच्च प्रजनन क्षमता।
✅ A2 दूध का उत्पादन, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है।
✅ छोटे स्तर से लेकर व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग के लिए लाभदायक।
अनुकूलन क्षमता और रोग प्रतिरोधकता
✔ सामान्य पशु रोगों, विशेषकर टिक फीवर (Tick Fever) के प्रति उच्च प्रतिरोधक क्षमता।
✔ गर्म और आर्द्र जलवायु में भी अच्छा प्रदर्शन, जिससे यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
✔ अर्ध-गहन (Semi-intensive) और व्यापक (Extensive) दोनों प्रकार की खेती प्रणालियों में अच्छा परिणाम।
खान-पान और देखभाल
✅ पसंदीदा चारा: हरा चारा (मक्का, बरसीम, नेपियर घास), सूखा चारा (गेहूं का भूसा, सूखी घास) और संतुलित पशु आहार।
✅ पानी की आवश्यकता: अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए भरपूर स्वच्छ पानी जरूरी।
✅ आवास: खुला और हवादार शेड, जिससे अधिकतम आराम मिले।
आर्थिक महत्त्व
✔ उच्च दूध उत्पादन के कारण अधिक लाभकारी।
✔ कम देखभाल लागत और बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता से पशु चिकित्सा खर्च कम।
✔ साहीवाल गाय का दूध उच्च वसा और प्रोटीन के कारण बाज़ार में अधिक मांग में।
✔ स्थानीय नस्लों को सुधारने के लिए क्रॉसब्रीडिंग कार्यक्रमों में उपयोगी।
Specification
Category
| Cow |
औसत दूध उत्पादन: |
8 से 15 लीटर प्रतिदिन |
उच्च वसा |
(4.5% - 5.5%) और प्रोटीन युक्त दूध, जो बाजार में अच्छी कीमत प्राप्त करता है। |
पहली ब्यांत (बछड़े को जन्म देने की आयु): |
लगभग 2.5 से 3 वर्ष। |
ब्यांत अंतराल |
लगभग 12 से 15 महीने। |
गर्भधारण अवधि |
लगभग 280 से 290 दिन। |
प्रजनन विधि |
प्राकृतिक गर्भाधान और कृत्रिम गर्भाधान |